क्या आप जानते नमक खाना कितना घातक है? अधिक नमक खाने के खतरे

नमक हमारे लिए आवश्यक भी है परन्तु नमक अधिक खाना बहुत नुकसान दायक भी है। नमक एक मिनरल है जिसमें प्राथमिक रूप से सोडियम क्लोराइड होता है। Deptt of Health and Human Services of America ने शोध के बाद अनुमोदन किया था कि मनुष्य को उम्र के अनुसार 1500 से 2300 मिली ग्राम नमक 24 घन्टे में लिया जाना चाहिए किन्तु आजकल लोग 2300 से 6000 मिली ग्राम नमक रोजाना खा रहे हैं।नमक पाँच प्रकार का होता है। परन्तु समुद्री नमक, पहाड़ी नमक व काला नमक ही अधिक प्रयोग में आता है।


मनुष्य के लिए नमक का उपयोग एक आवश्यक नुकसानदायक मजबूरी है। मानव स्वादिष्ट भोजन करना पसन्द करता है। नमकीन भोजन से हम कभी ऊबते नहीं हैं जब कि मीठा, खट्टा, कसैला, हम लगातार ज्यादा दिन नहीं खा सकते हैं।



नमक हमारे लिए आवश्यक भी हैपरन्तु नमक अधिक खाना बहुत नुकसानदायक भी है। नमक एक मिनरल है जिसमें प्राथमिक रूप से सोडियम क्लोराइड होता है।Deptt of Health and Human Services of America ने शोध के बाद अनुमोदन किया था कि मनुष्य को उम्र के अनुसार 1500 से 2300 मिली ग्राम नमक 24 घन्टे में लिया जाना चाहिए किन्तु आजकल लोग 2300 से 6000 मिलीग्राम नमक रोजाना खा रहे हैं।


नमक के प्रकार : नमक पाँच प्रकार का होता है। परन्तु समुद्री नमक, पहाड़ी नमक व काला नमक ही अधिक प्रयोग में आते है।


अधिक नमक खाने के दुष्परिणाम : वैसे तो हमारी शाक सब्जियों में प्राकृतिक हल्का नमक पाया ही जाता है जो शरीर की आवश्यकता पूरी कर सकते हैं परन्तु स्वाद वश मनुष्य अतिरिक्त नमक का प्रयोग करता है। हल्का नमक शरीर जज्ब कर लेता हैपरन्तु यदि तेज नमक खाने की आदत पड़ गयी तो आप मौत की ओर जल्दी अग्रसर होने की कोशिश करते हैं। अधिक नमक खाने से शरीर में कुछ विघटन इस प्रकार शुरू होते हैं।


1. उच्च रक्तचाप : नमक की मात्रा अधिक लेते रहने से रक्त में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है। कोषों में नमक के कण इकत्र होने से शरीर का पानी अधिक सोखते हैं तथा रक्त गाढ़ा हो जाता है तथा रक्त का दबाव तेज होने से उच्च रक्तचाप शुरू हो जाता है। कोलस्ट्राल का फेट जमने से उच्च रक्तचाप की बीमारी शुरू होती है।


2. Cardiovascular Disease : अधिक नमक खाने से आर्टरीज शिथिल व चपटी हो जाती है तथा आर्टरीज में व वाल्व में फैट जम जाता है जिसे रक्त का मार्ग संकीर्ण हो जाता है और हृदय को तेजी से पंपिग करनी पड़ती है जिससे हृदय फेल हो जाता है। University of Nepales Medical School ने नवम्बर 2009 में शोध करके छापा था कि अधिक नमक लेने से Cardiovascular तथा Stoke की बीमारी हो जाती है।


3. Hypernatremia : अधिक नमक खाने से शरीर में सोडियम की मात्रा इतनी बढ़ जाती है कि शरीर सहन नहीं कर पाता है तथा हाइपरनमियाँ नमक बीमारी हो जाती है। University of Hamburg ने जनवरी 2005 में Legal Medicine में छापा था कि ड्रग/नसे वाले व्यक्ति की उल्टियाँ बन्द कराने के लिए नमक घोल कर अधिक प्रयोग करने से हाइपरनमियाँ हो जाता है तथा व्यक्ति की शीघ्र मौत हो जाती है।


4. हृदय के कोषों में प्रभाव : जैसा ऊपर बताया गया है कि अधिक नमक खाने से आर्टरीज संकरी हो जाती है और हृदय को प्रयाप्त मात्रा में रक्त नहीं पहुँच पाता है ऑक्सीजन रक्त द्वारा ही हृदय कोषों को प्राप्त होती है अतः कम रक्त पहुँचने का मतलब कम ऑक्सीजन प्राप्त होना इससे हृदय के कोष कमजोर एवं सिथिल हो जाते है और हृदय की कार्यश्रमता कमजोर हो जाती है। हृदय कमजोर होने से हृदय कामकरना बन्द कर देता है।


 5. मस्तिष्क पर प्रभाव : चूंकि नमक अधिक खाने से उच्च-रक्तचाप बढ़जाता है और मस्तिष्क को प्रयाप्त मात्रा में ऑक्सीजन रक्त नहीं मिल पाता है और Vascular Dementia हो जाता है। अर्थात् ब्रेन फेल हो जाता है। कई बार मस्तिष्क की नसे फट भी जाती है और असहनीय सिर दर्द होकर मरीज की मौत तक हो जाती है।


6. हारमोन्स पर प्रभाव : अधिक नमक खाने की आदत से हारमोन्स में विघटन हो जाता है। ग्रीष्म काल में अधिक नमक खाने से जोड़ों में रूखापन एवं सख्त होना तथा सूजन हो जाती है और दर्द बढ़ जाता है।


 7.  त्वचा पर प्रभाव : अधिक नमक खाने से त्वचा में रूखापन आ जाता है तथा खाज, खुजली, सोडायसिस एक्जिमा होने के चान्स बढ़ जाते हैं।


 8. किडनी पर प्रभाव: किडनी शरीर के अनवाछित प्रदार्थों को रक्त से छानकर अलग कर देती है जो मूत्र के द्वारा बाहर निकल जाते है। अधिक नमक लेने से शरीर पानी की डिमांड अधिक करता है क्योंकि रक्त में सोडियम की मात्रा अधिक हो जाती है। किडनी को वेस्टेज मैटीरियल के छानने का काम बढ़ जाता है जो किडनी की वास्तविक क्षमता से अधिक होता हैअतः धीरे-धीरे किडनी कमजोर होने लगती है तथा किडनी के अन्दरूनी कोष नष्ट हो जाते हैं और एकदिन किड्नी फेल हो जाती है।


9. कैन्सर : अधिक नमक की मात्रा लेने से पेट में कैन्सर होने की संभावना रहती है क्योंकि नमक पेट में जख्म कर सकता है।


10. कमजोर हड्डियाँ (Osteoporosis) अधिक नमक खाने से शरीर पानी अधिक मांगता हैआप अधिक पानी पिएगें तो पेशाब अधिक आएगा और कई बार पेशाब के साथ कैल्शियम अधिक बाहर चला जाता है जिससे हड्डियाँ कमजोर हो जाती है


 11. कॉलेस्ट्राल बढ़ना : अधिक नमक खाने की आदत से Cholesterol तथा Triglyceride बढ़ जाता हैजिससे सीधा असर हृदय पर बढ़ता हैतथा हृदय फेल भी हो जाता है। अतः इन सभी बीमारियों से बचने के लिए भोजन में नमक की मात्रा कम खाने की आदत बनाए और स्वस्थ्य रहें। (लेखक प्राकृतिक चिकित्सा, एक्युप्रेशार चिकित्सा


(लेखक प्राकृतिक चिकित्सा, एक्युप्रेशार चिकित्सा एवं चुम्बक-चिकित्सा के विशेषज्ञ हैं।)